बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ अधिवक्ताओं ने ज्ञापन सौंपा।

जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा

तहसील डुमरियागंज की आदर्श बार एसोसिएशन ने शनिवार को जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट देवेंद्र प्रसाद पाठक के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की मांग की।  


सन 1971 में भारत के योगदान का उल्लेख

ज्ञापन में बताया गया कि बांग्लादेश का अस्तित्व भारत के बलिदान और योगदान का परिणाम है। 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के अत्याचारों से बांग्लादेश को आजाद कराया था। भारत ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए सैन्य कार्रवाई तक की थी, लेकिन आज वहां हिंदू अल्पसंख्यकों पर अमानवीय अत्याचार किए जा रहे हैं।  

अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार

बार एसोसिएशन के अधिवक्ता आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार, अपमान और उनके धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इन घटनाओं से भारत के हिंदू समुदाय में गहरी नाराजगी है। एसोसिएशन ने राष्ट्रपति से अपील की है कि भारत सरकार इस मुद्दे पर गंभीर कदम उठाए और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।  

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की मांग

ज्ञापन में भारत सरकार से आग्रह किया गया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जाएं। बार एसोसिएशन का कहना है कि भारत का कर्तव्य है कि वह अपने पड़ोसी देश में हिंदू समुदाय के सम्मान और सुरक्षा के लिए उचित कार्रवाई करे।  

अधिवक्ताओं की उपस्थिति

 ज्ञापन सौंपने के दौरान सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव, नदीम अहमद, जलाल अहमद,सरस श्रीवास्तव,राजेश कुमार दूबे,दुर्गेश श्रीवास्तव,हरेन्द्र मौर्या,सुभाष विश्वकर्मा,हृदयराम,रविकांत पाण्डेय,प्रवीण श्रीवास्तव,मन्तराम चौधरी,मिथिलेश कुमार यादव,बृजनन्दन पाण्डेय,अनुराग पाठक समेत अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे।

रिपोर्ट : अंकित अग्रहरि 

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