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सिद्धार्थनगर, 14 मार्च, 2024: सिद्धार्थनगर के नगर पंचायत डुमरियागंज के मंदिर चौराहे पर नेता इरफान मलिक के घर के पीछे गड्ढे में एक युवक का शव संदिग्ध परिस्थतियों में मिला। 

पुलिस द्वारा की गयी कार्यवाही  

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को गड्ढ़े से बाहर निकाला। शव की पहचान नगर पंचायत डुमरियागंज के वार्ड 15 गांधीनगर व निवासी मनीराम यादव(26) पुत्र मेवालाल के रूप में हुई।पुलिस ने इसकी सूचना परिजनों को देकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

स्वजन का बयान  

मृतक की माँ रूपा देवी के अनुसार मृतक बुधवार की शाम भोजन कर चाय पीने की बात कर घर से निकाला था।पूरे रात घर नहीं आया।गुरुवार की सुबह करीब 11:00 बजे उसका शव उक्त स्थान पर मिलने की सूचना मिली।

मृतक की शादी नेपाल में हुई थी


मृतक की शादी ढाई वर्ष पहले नेपाल के बढ़या गांव में हुई थी। पत्नी मायके में है। जबकि घर पर छोटा भाई मोहित, पिता मेवालाल सहित घर की महिलाएं हैं।

क्षेत्राधिकारी की बयान

क्षेत्राधिकारी डुमरियागंज अखिलेश वर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम तथा फॉरेंसिक टीम पहुंच गयी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और आगे की विधिक कार्यवाही की जाएगी।

घटनास्थल पर उपस्थित पुलिस टीम

 

डुमरियागंज ब्लाक परिसर में गुरुवार को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजना के तहत दिव्यांग जनों में सहायक उपकरण का वितरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगों को 30 ट्राईसाइकिल, 3 कान की मशीन, 6 व्हीलचेयर, 2 स्मार्ट कैन वितरित किया गया।

ट्राईसाइकिल का वितरण करते सांसद जगदम्बिका पाल,विधायक सैय्यदा खातून व अन्य नेता

 

मुख्य अतिथि ने कहा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि दिव्यांगजन किसी से कम नहीं हैं। दिव्यांगता को अपनी कमजोरी न समझें। सहायक उपकरण इस अक्षम्ता को समाप्त तो नहीं कर पाएंगे लेकिन उसमें कमी जरूर लाएंगे। इस योजना से लाभार्थियों को स्वावलंबी व सशक्त करने व उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा सरकार दिव्यांग जनों को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।

विशिष्ट अतिथि का बयान

विधायक डुमरियागंज सैय्यदा खातून ने कहा कि यह उपकरण दिव्यांगजनों के दैनिक जीवन में सहायक सिद्ध होंगे। आज दिव्यांग जन शिक्षा, खेल, राजनीति सहित अन्य क्षेत्रों में वह अपना परचम लहरा रहे हैं।

नेताओं का का बयान

पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा नरेंद्र मणि त्रिपाठी ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक की समस्याओं के निदान के लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार संकल्पबद्ध हैं। सरकार सबका साथ सबका विकास में विश्वास रखती है।

उपस्थित नेता व अन्य

पूर्व नपं अध्यक्ष नौगढ़ एसपी अग्रवाल, एडीओ महिला मानसी पटेल, जिला दिव्यांग सशक्तीकरण अधिकारी संदीप मौर्य, राजेश द्विवेदी, कुलदीप द्विवेदी, बच्चाराम बौद्ध, सूर्य प्रकाश उपाध्याय, केशव सिंह, अनुराग उपाध्याय, मनीष सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।

सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड्स को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया। इस फैसले में कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड स्कीम को अवैध घोषित करते हुए उस पर प्रतिबंध लगा दिया है।कोर्ट ने बताया  है  इलेक्टोरल बॉन्ड सूचना के अधिकार का उल्लंघन है और वोटर्स को राजनीतिकी  पार्टियों की फंडिंग के बारे में जानने का हक है।
बॉन्ड खरीदने वालों की लिस्ट सार्वजनिक की जाएगी

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए हैं कि इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वालों की लिस्ट सार्वजनिक की जाए। इससे राजनीतिकी पार्टियों  के पास पैसा कहां से आता है और कहां जाता है मतदाताओ को पता चल सके।जिससे लोगों को मताधिकार का इस्तेमाल करने में स्पष्टता मिलेगी।
इलेक्टोरल बॉन्ड का अलावा भी काले धन को रोकने के तरीके

सुप्रीम कोर्ट ने फैसले के साथ यह भी बताया कि इलेक्टोरल बॉन्ड के अलावा भी काले धन को रोकने के अन्य तरीके हैं। कोर्ट ने इस निर्णय के साथ माना कि बॉन्ड की गोपनीयता 'सूचना  के अधिकार' के खिलाफ है।
इलेक्टोरल बॉन्ड्स की  खूबियां

इलेक्टोरल बॉन्ड का आरंभ साल 2018 में हुआ था। इसे लागू करने का मुख्य मकसद था कि राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता बढ़ेगी और साफ-सुथरा धन आएगा। इस विधि में व्यक्ति, कॉरपोरेट और संस्थाएं बॉन्ड खरीदकर राजनीतिक दलों को चंदे के रूप में देती थीं और राजनीतिक दल इस बॉन्ड को बैंक में भुनाकर रकम हासिल करते थे। इस व्यवस्था में डोनरों की पहचान नहीं खुलती थी और इसे टैक्स से भी छूट प्राप्त होती थी।